ज़ूपी ने रिलायन्स जियो के साथ अहम साझेदारी की घोषणा की

Uttarakhand

हरिद्वार। भारत की सबसे बड़ी स्किल-बेस्ड कैजु़अल गेमिंग कंपनी ज़ूपी ने जियो प्लेटफार्म्स लिमिटेड के साथ अपनी तरह की पहली सामरिक साझेदारी की घोषणा की है। यह साझेदारी एक ऐसी प्रणाली का निर्माण करेगी जिसके तहत ज़ूपी के प्रोडक्ट्स एवं सर्विसेज़ के प्रभावी विकास और वितरण को सुनिश्चित किया जा सकेगा, जिससे 450 मिलियन से अधिक उपभोक्ताओं को लाभ होगा। इस साझेदारी के द्वारा जियो के यूज़र ज़ूपी के ऑनलाइन स्किल बेस्ड गेम्स तथा ज़ूपी द्वारा विकसित अन्य आधुनिक प्रोडक्ट्स को एक्सेस कर सकेंगे।
इस नई साझेदारी के तहत कई भाषाओं में अधिक गुणवत्तापूर्ण गेम्स को ज़्यादा से ज़्यादा यूज़र्स तक पहुंचाने की कोशिश की जाएगी ताकि ज़ूपी को भारत के सबसे बड़े गेमिंग प्लेटफार्म के रूप में विकसित करने और इंडिया को भारत के साथ कनेक्ट करने की महत्वाकांक्षा को पूरा किया जा सके। उम्मीद की जा रही है कि भारत में 5 जी कमर्शियल लॉन्च से पहले 150 मिलियन से अधिक 5 जी हैण्डसैट बेच दिए जाएंगे, ऐसे में ज़ूपी जियो के साथ साझेदारी में ज़्यादा से ज़्यादा यूज़र्स के साथ जुड़ने के लिए प्रयासरत है।
ज़ूपी को जियो की पहुंच का भी लाभ मिलेगा। ज़ूपी के गेम्स को जियो के सभी उपभोक्ताओं तक वितरित किया जाएगा। इन्हें जियो फोन के उपभोक्ताओं को भी उपलब्ध कराया जाएगा। इससे ज़ूपी को देश के सबसे तेज़ी से विकसित होते गेमिंग स्टार्ट-अप से आगे बढ़कर देश की सबसे बड़ी गेमिंग कंपनी के रूप में विकसित होने में मदद मिलेगी। इस अवसर पर ज़ूपी के संस्थापक एवं सीईओ दिलशेर सिंह ने कहा, ‘‘ज़ूपी हमेशा से व्यवहार विज्ञान, मानव प्रेरणा और संस्कृति को प्राथमिकता देने वाले प्लेटफार्म के रूप में काम करता रहा है, यह भारत की सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरिंग प्रतिभा, रचनात्मकता और स्टोरीटैलिंग क्षमता को एक ही छत के नीचे लेकर आया है। इसने इनोवेशन्स और यूज़र सेंट्रिक डिज़ाइन एवं टेक-फार-गुड दृष्टिकोण के साथ इनोवेशन्स के सभी दायरों को पार किया है। ज़ूपी की यात्रा में जियो एक परफेक्ट पार्टनर हैं जो देश के दूर-दराज के इलाकों तक ज़ूपी की पहुंच बढ़ाएगा और सबसे वंचित लोगों तक इसके प्रोडक्ट्स की पहुंच को कई गुना बढ़ा देगा। एक उम्मीद के मुताबिक भारतीय स्मार्टफोन का निर्यात 2020-21 में 3.6 बिलियन अमेरिकी डालर था, जो 15 गुना बढ़ोतरी के साथ 2025-26 में 55 बिलियन अमेरिकी डालर तक पहुंच जाएगा। एक घरेलू स्टार्ट-अप के रूप में हम भारतीय प्रोडक्ट्स और गेम्स को उन सभी डिवाइसेज़ तक पहुंचाना चाहते हैं जो भारत की कहानी को दुनिया के हर कोने तक ले जाएं। हम गेम्स को मनोरंजन का साधन बनाकर कर और दुनिया भर के लाखों लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाकर अपने इन प्रयासों को जारी रखेंगे।’

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