हरिद्वार: आस्कर विजेता हालीवुड सुपर स्टार विल स्मिथ 2018 में उत्तराखंड पहुंचे थे। इस दौरान वह हरिद्वार आए थे। वह यहां अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए आए थे। इस दौरान उन्होंने अपनी पत्नी की बीमारी को लेकर पूजा भी करवाई थी। वहीं उन्होंने अपनी जन्मपत्री भी बनवाई थी।यहां पर उन्होंने प्राच्य विद्या सोसायटी के निदेशक और ज्योतिषाचार्य डाक्टर पंडित प्रतीक मिश्रपुरी से मुलाकात की थी और अपनी जन्मपत्री बनवाई थी। पंडित डाक्टर प्रतिक मिश्रपुरी ने बताया कि हालीवुड अभिनेता विल स्मिथ काफी विनम्र स्वभाव के हैं और स्वजनों के प्रति प्रेम रखते हैं।उस दौरान भी वह पूरे समय वह अपनी पत्नी के स्वास्थ्य और परिवार की सुख समृद्धि को लेकर चिंतित नजर आए और भविष्य की जानकारी को लेकर उत्सुकता जाहिर करते रहे। उन्होंने जन्मपत्री भी इसी सिलसिले में बनवाई ताकि अपने तथा अपने परिवार के भविष्य के प्रति निश्चिंत हो सकें और आगे की कार्य योजना तैयार कर सकें।
बाद में उन्होंने हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड पर गंगा आरती में भाग लेकर पतित पावनी गंगा से भी अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना की थी। विल स्मिथ नौ अक्टूबर 2018 को हरिद्वार पहुंचे थे। वे यहां पर अपनी विश्व भ्रमण पर डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘बुकेट लिस्ट’ बनाने आए थे। दैनिक जागरण ने उस वक्त इस खबर का प्रमुखता से प्रकाशित किया था।उस दौरान विल स्मिथ को भारतीय अध्यात्म दर्शन, सनातन हिंदू परंपरा और संस्कृति हरिद्वार स्थित हरकी पैड़ी खींच लाई थी। श्राद्ध पक्ष की पितृमोक्ष अमावस्या पर उन्होंने हरकी पैड़ी पर विशेष गंगा पूजन और कनखल के महामृत्युंजय मंदिर में रुद्राभिषेक कर अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति की कामना भी की थी।उन्होंने श्राद्ध और अन्य कर्मकांड के बारे में भी विस्तार से जानकारी ली थी। प्रतीक मिश्रपुरी ने बताया कि विल स्मिथ ने आध्यात्म के अलावा भारतीय धर्म दर्शन में गंगा और हरिद्वार की उपयोगिता और महत्व के बारे में चर्चा की थी। उन्होंने अपने जीवन के कुछ ग्रहदोष विशेष कर शनि दोष का उपाय-निर्वारण कराने के साथ-साथ अपनी जन्मपत्री भी बनवाई थी।
2018 में अपने दौरे के वक्त विल स्मिथ ने अपनी टीम के साथ भारतीय धर्म-आध्यात्म दर्शन की जानकारी एकत्र करने के साथ-साथ उससे जुड़े विभिन्न कर्मकांड, विधि-विधान और पूजन और आरती की शूटिंग भी की। उन्होंने खुद की गंगा आरती और हरकी पैड़ी पर होने वाली सांध्यकालीन गंगा आरती को भी शूट किया था।