हरीश रावत को ईवीएम मशीन बदलने का नहीं बल्कि कांग्रेस के हारने का डर सता रहाः भाजपा

Uttarakhand

देहरादून। भाजपा ने हरीश रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हंे ईवीएम मशीन बदलने का नहीं बल्कि कॉंग्रेस के हारने का डर सता रहा है तभी वह कांग्रेसियों की स्ट्रॉंग रूम के बाहर ड्यूटी लगा रहे हैं। प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने तंज़ कसते हुए कहा कि मतदान से पहले तक यशपाल आर्य के रूप में दलित सीएम बनवाने का झूठा सपना दिखाने वाले हरीश रावत की असल मंशा एक बार फिर उजागर हुई है और वह अब खुद दिन में ही सीएम होने का सपना देख रहे हैं। जनादेश ईवीएम में बंद हो गया है लेकिन हरीश रावत सीएम होने के भ्रम में घोषणा पे घोषणा करने पर तुले हैं।
 मनवीर चौहान ने आरोप लगाते हुए कहा कि एक और जहां कॉंग्रेस के दूसरे नेता अपनी पार्टी के घोषणापत्र की ही पोल खोल रहे हैं वहीं हरीश रावत एक कदम आगे बढ़ते हुए स्वयं को भावी सीएम मानकर नयी नयी घोषणाएँ कर रहे हैं। हरीश रावत अनुभवी नेता हैं तभी उन्हें अपनी संभावित हार का अंदेशा हो गया है, इसलिए अभी से हार के कारण तलाशते हुए ईवीएम मशीनों और मतपत्रों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़ा करते हैं। देखते जाइये मतगणना के बाद यही कांग्रेसी हार के बाद ईवीएम मशीन की तकनीक पर उंगली उठाते नज़र आएंगे। उन्होंने हरीश रावत पर व्यंग कसते हुए कहा कि आप बेवजह लोगों के बीच जा जा कर वादे कर रहे हैं क्यूंकि जनता को आपकी पार्टी के घोषणापत्र पर ही विश्वास नहीं है। तभी आपको अलग से घोषणापत्र मंत्रालय बनाने का वादा तक करना पड़ा था। आप ही हैं जो यशपाल आर्य में ही सीएम बनने की संभावना देखते थे और पंजाब की तरह सूबे में दलित सीएम बनाने की इच्छा जाहिर करते थे और अब आप ही कहते हैं भविष्य में सीएम पद से कम कुछ भी मंजूर नहीं। उनकी और कॉंग्रेस की विश्वसनीयता का ढोल जनता के सम्मुख फूट चुका है और रावत जी हैं कि वादों के फटे ढोल को बजाने पर लगे हैं।

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