सेव लाइफ फाउंडेशन और आईआईटी रुड़की ने सड़क सुरक्षा सुधार के लिए समझौता ज्ञापन पर किए हस्ताक्षर

Uttarakhand

रुड़की: लाइफ सेव फाउंडेशन (SLF), जो कि एक पुरस्कार प्राप्त, निस्वार्थ भाव से सड़क सुरक्षा एवं आपातकालीन सहायता के क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं ने आज आईआईटी रुड़की के साथ परस्पर सहमति ज्ञापन/ समझौता ज्ञापन/पत्र पर हस्ताक्षर किए। जिसका उद्देश्य भारत में सड़क सुरक्षा परियोजना संबंधी सुधारों के क्रियान्वयन के महत्वपूर्ण उद्देश को प्राप्त करना है। इस परस्पर सहमति ज्ञापन/ समझौता ज्ञापन/पत्र (MOU) में सेव लाइफ फाउंडेशन (SLF) की ज़मीनी परियोजनाओं के संचालन के प्रभावों का आंकलन करना, अनुसंधान संबंधी अध्यन में तकनीकी सहयोग करना, संबंधित जानकारी प्रदान करने वाले सत्र संचालित करना तथा विद्यार्थियों व स्कॉलर्स को सड़क सुरक्षा संबंधी आधुनिकतम विधियों का प्रशिक्षण देना शामिल है।

इस अवसर पर सेव लाइफ फाउंडेशन (SlF) के सीईओ (प्रमुख कार्यकारी अधिकारी) श्री पीयूष तिवारी ने कहा, – ‘ जैसे-जैसे हम अपने ज़ीरो फेटेलिटी रेट (जनहानि शून्य दुर्घटना दर ) को भारत सरकार की सहभागिता से पूरे भारत में दर्जनों हाईवे कॉरिडोर मॉडल्स पर अपने सड़क सुरक्षा प्रयासों को गति दे रहे हैं वैसे -वैसे आईआईटी रुड़की के साथ तकनीकी सहभागिता की मदद से सड़क सुरक्षा की राह में आने वाली विचित्र समस्याओं के अभिनव सामाधान में मदद मिलेगी और आने वाले समय की सड़क सुरक्षा सुनिश्चित होने की दिशा में नई प्रतिभाओं से कल की सड़क सुरक्षाएं बहुत बेहतर बनेंगी’। सेव लाइफ फाउंडेशन (SLF) के ज़ीरो फेटेलिटी (जनहानि शून्य दुर्घटना ) कॉरिडोर प्रोजेक्ट को महाराष्ट्र में राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 48 एवं मुम्बई पुणे एक्स्प्रेस वे पर होने वाली दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को 50% करने का श्रेय है। इस एमओयू (MOU)की तकनीकी सहभागिता पर चर्चा करते हुए आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रोफेसर अजीत कुमार चतुर्वेदी ने अपने उद्बोधन में कहा, – ‘ सेव लाइफ फाउंडेशन (SLF) के साथ हमारी सहभागिता से दोनों सहभागियों का सड़क पर और अधिक प्रभावी हस्तक्षेप संभव होगा। इससे आईआईटी रुड़की को सड़क सुरक्षा के प्रति व्यापक दृष्टिकोण प्राप्त होगा’।

सेव लाइफ फाउंडेशन (SLF) और आईआईटी रुड़की के बीच हुए सहमति ज्ञापन/ समझौता ज्ञापन/पत्र पर-पीयूष तिवारी, संस्थापक व प्रमुख कार्यकारी निदेशक , सेव लाइफ फाउंडेशन और आईआईटी रुड़की के डीन स्पॉन्सर रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल कंसल्टेंसी, प्रोफेसर मनीष श्रीखंडे ने हस्ताक्षर किए, जिसमें गवाह के रूप में आईआईटी रुड़की के उप निदेशक प्रोफेसर मनोरंजन परिदा, आईआईटी रुड़की के हेड ऑफ सिविल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट प्रमुख प्रोफेसर एस के घोष और सेव लाइफ फाउंडेशन (SLF) के सीनियर मैनेजर प्रोजेक्ट श्री रोशन जोस एवं आईआईटी रुड़की के सिविल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रोफेसर इंद्रजीत घोष रहे इस ज्ञापन पर 28 जनवरी 2022 को हस्ताक्षर हुए।

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