देहरादून, गढ़ संवेदना न्यूज। श्रीराम प्रोटीन्स लिमिटेड, डी-ऑयल कॉटन सीड केक और अन्य संबंधित उत्पादों के निर्माण में लगी हुई है, इन उत्पादों के भारत में बहुत कम निर्माता है। श्रीराम प्रोटीन्स लिमिटेड ने मेजर डायवर्सिफिकेशन की योजनाओं की घोषणा की है जिसके तहत वह रूस के तांबोव क्षेत्र, कोटोवस्क में सूरजमुखी तेल निर्माण यूनिट की स्थापना कर रहा है। कंपनी ने सभी आवश्यक वैधानिक मंजूरी प्राप्त कर ली है और 99 साल के लिए लीज पर जमीन भी ले ली है। सूरजमुखी तेल इकाई में कच्चे माल के प्रति दिन 500 टन प्रोसेसिंग की क्षमता होगी (सूरजमुखी की भूसी प्रति दिन 100 टन, सूरजमुखी मील- 200 टन प्रति दिन, सूरजमुखी तेल 200 टन प्रति दिन)। इसके संचालन में कुल अनुमानित पूंजीगत व्यय लगभग 150 करोड़ रुपये होगा और इस निवेश का योगदान आंतरिक स्रोतों से किया जाएगा। पूरी परियोजना दिसंबर 2024 तक चालू होने की उम्मीद है। यह निवेश पूरी तरह से अपने मौजूदा व्यवसाय के अनुरूप है और व्यावसायिक क्षेत्रों के बीच परिचालन क्षमता प्रदान करेगा।
इसके अलावा कंपनी ने सिलचर, असम में 25 वर्षों के लिए लीज पर चाय बागानों (क्षेत्र- 496 हेक्टेयर) का भी अधिग्रहण किया था। कंपनी दुनिया भर में चाय पैकिंग निर्यात करने की योजना बना रही है। वर्तमान में कंपनी चाय पत्ती, चाय प्रोसेसिंग बेच रही है। मशीनें एक साल के भीतर स्थापित की जाएंगी और यह जून 2023 तक वाणिज्यिक परिचालन शुरू कर देगी। इन नई परियोजनाओं के व्यावसायीकरण के साथ, कंपनी के कारोबार में वृद्धि की उम्मीद है। कंपनी अपने ब्रांड नाम भाग्यलक्ष्मी ज्ड के तहत चाय की पत्ती और चाय की पैकिंग बेचेगी और दुनिया भर में चाय की पैकिंग का निर्यात करने की भी योजना बना रही है। कंपनी एक नई तेल रिफाइनरी की स्थापना में लगी हुई है। कंपनी ने नए बिजनेस सेगमेंट के लिए अत्याधुनिक रिफाइनिंग प्लांट का ऑर्डर दिया है। कंपनी कपास के बीज का तेल, सूरजमुखी तेल आदि जैसे खाद्य तेल को रिफाइन करेगी और अपने ब्रांड नाम भाग्यलक्ष्मी ज्ड के तहत भारत में उपभोक्ता बाजार में प्रवेश करेगी।