युद्धग्रस्त यूक्रेन से होली पर अपने घर ऋषिकेश पहुंची जिया बलूनी, कहा- शायद वतन वापसी मुमकिन न होती

Uttarakhand

ऋषिकेश। योग नगरी ऋषिकेश की एक और छात्रा सोमेश्वर नगर निवासी जिया बलूनी ने युद्धग्रस्त यूक्रेन से सकुशल वतन वापसी की है। यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही जिया गुरुवार को अपने घर पहुंची तो घर में होली की खुशियां दोगुनी हो गई। होली पर्व के मौके पर लौटी जिया के सुरक्षित आगमन पर स्वजन सहित महापौर अनीता ममगाईं ने जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर महापौर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मजबूत वैश्विक राजनायिक संबंधों की वजह से रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच भारतीय छात्र -छात्राओं की सुरक्षित देश वापसी संभव हो पाई है।

यूक्रेन से जिया अपने सोमेश्वर नगर स्थित घर पर पहुंची तो स्वजन सहित अन्य लोगों ने उसका स्वागत किया। जिया ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की वतन वापसी के लिए सरकारी प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी ने आपरेशन गंगा न चलाया होता तो शायद वतन वापसी मुमकिन न होती।

उसने कहा कि हम सही समय पर देश वापस आ गए हैं। जिया के मुताबिक युद्ध के चलते यूक्रेन में हालात बेहद खराब हैं। इस दौरान जगदीश प्रसाद बलूनी, शिव प्रसाद भट्ट, राकेश चंद्र बलूनी, संजीव बलूनी, संदीप शास्त्री, विवेक गोस्वामी, विपिन पंत, यशवंत रावत, रोमा सहगल, रेखा सजवाण, अशरफी रणावत, राजेश गौत्तम, ङ्क्षरकी राणा, राजीव गुप्ता, कमला गुनसोला आदि उपस्थित रहे।

विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को कहा कि हमने यूक्रेन से 22,500 से अधिक भारतीय नागरिकों को निकाला है। चूंकि यह एक सतत प्रक्रिया है। कुछ लोग अलग-अलग छोटी-छोटी जगहों में हो सकते हैं।

हमारी जानकारी के अनुसार, कुछ 15-20 लोग वहां हैं जो वापस आना चाहते हैं, जबकि बाकी नहीं आना चाहते हैं। हम विशेष रूप से वारसा में अपने दूतावास के माध्यम से किसी भी भारतीय नागरिक की मदद करना जारी रखेंगे, जो वापस आना चाहता है।

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