देहरादून । भारत की प्रख्यात टेक्नोलॉजी केंद्रित फॉरेक्स कंपनी माईफॉरेक्सआई फिनटेक (पी) लिमिटेड ने देहरादून में अपना रिसर्च, डेटा माइनिंग एवं एनालिसिस सेंटर स्थापित करने की घोषणा की है। इसके अलावा कंपनी देहरादून में अपने नए कार्यालय से पूरे देश में ग्राहकों को सेवा प्रदान करने के लिए सर्विस डेस्क की भी स्थापना करेगी। इसके लिए, उसने उत्तराखंड से 50 से ज्यादा लोगों को नियुक्त करने की योजना बनाई है। कंपनी देहरादून और नोएडा कार्यालयों, दोनों को बेहतर अनुभव मुहैया कराने के लिए विशेष प्रशिक्षण एवं लाइव सेशन की सुविधा मुहैया कराएगी।
माईफॉरेक्सआई एमएसएमई सेक्टर से संबंधित फॉरेक्स सेवाएं मुहैया कराकर उन्हें फॉरेक्स ऋणों पर ऊंची ब्याज लागत, संबद्ध विषय के विश्लेषकों से ऋण के बारे में सलाह और फॉरेक्स लेनदेन में बढ़ रहीं जटिलताओं जैसी गंभीर समस्याओं के प्रबंधन में मदद प्रदान करती है। कंपनी ने अगले तीन साल के दौरान 40-50 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल करने की योजना तैयार की है। देहरादून देश के प्रमुख औद्योगिक हब में से एक है जहां विभिन्न क्षेत्रों के कम सुविधाप्राप्त एमएसएमई मौजूद हैं, जिनमें ऑटोमोटिव, टेक्सटाइल एवं रेडीमेड गारमेंट, चमड़े के सामान, इंजीनियरिंग आदि मुख्य रूप से शामिल हैं।
देहरादून में सुभाष रोड स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में माईफॉरेक्सआई के संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी आनंद टंडन ने कहा कि ‘रिसर्च, डेटा माइनिंग एवं एनालिसिस हमारे सभी ग्राहकों के लिए सेवाओं की रीढ़ के तौर पर काम करते हैं। अपने डेटा एनालिस्ट द्वारा प्राप्त विचारों और जानकारी के जरिये, हम देश में एमएसएमई सेक्टर को महत्वपूर्ण फॉरेक्स संबंधित जानकारी की पेशकश करते हैं। देहरादून में इस सेंटर के जरिये, हम राज्य की स्थानीय प्रतिभाओं का इस्तेमाल कर अपनी डिलिवरी क्षमताओं को बढ़ाना चाहेंगे।
उन्होंने कहा, ‘देहरादून एक विशेष शिक्षा केंद्र है, लेकिन कई छात्र खासकर फॉरेक्स रिसर्च एवं एनालिसिस के क्षेत्र में बेहतर अवसर तलाशने के प्रयास में बड़े महानगरों में जाते हैं। हमें उम्मीद है कि भविश्य मे ंहम राज्य की राजधानी में इन उभरते पेशेवरों के लिए इसी तरह के शानदार अवसर पैदा करने और दूसरों के लिए कीर्तिमान स्थापित करने में सक्षम होंगे।’ माईफॉरेक्सआई टेक्नोलॉजी केंद्रित रियल टाइम फॉरेक्स सॉल्युशन के साथ अपनी दक्षता का इस्तेमाल करती है, जिसका पिछले 7 वर्षों के दौरान 4,000 से ज्यादा संगठन लाभ उठा चुके हैं और 10 अरब डॉलर से ज्यादा राशि के 86000 सौदे किए गए हैं जिसके परिणामस्वरूप उसके ग्राहकों को 17 करोड़ डॉलर की बचत हुई है।