देहरादून। हरिद्वार की नाबालिग के साथ मेरठ में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले का राज्य महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग ने एसएसपी हरिद्वार को मामले की शीघ्र जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
रविवार को आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने एसएसपी हरिद्वार को पत्र भेजा। जिसमें उन्होंने कहा कि समाचार पत्र और न्यूज पोर्टल के माध्यम से पता चला कि हरिद्वार के ज्वालापुर में मां की डांट से नाराज होकर एक नाबालिग घर चली गई। कुछ व्यक्तियों ने नाबालिग के साथ मेरठ में सामूहिक दुष्कर्म किया। बालिका 20 दिनों से गायब थी जिसकी सूचना स्वजनों ने थाने में दी। आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि बालिकाओं संबंधी मामलों में शीघ्र कार्रवाई होनी चाहिए। कहा इस सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों को शीघ्र कार्रवाई कर आयोग को अवगत कराया जाए। ज्वालापुर क्षेत्र से लापता हुई किशोरी के साथ मेरठ में सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। किशोरी अपने परिवार से नाराज होकर घर से निकली थी, लेकिन सहारनपुर से मेरठ जाने के दौरान वह आरोपितों के जाल में फंस गई थी। ज्वालापुर की पुलिस ने जाल बिछाकर चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया था। करीब 20 दिन बाद लापता छात्रा रोडवेज बस स्टैंड पर अपने एक रिश्तेदार को मिली थी और सामूहिक दुष्कर्म की जानकारी दी थी। किशोरी का कहना था कि सहारनपुर से मेरठ जाते समय रोडवेज बस में उसे तीन युवक मिले थे, वह उनके साथ मेरठ चली गई थी। जहां युवकों ने अपने एक अन्य साथी के साथ उसके साथ लगातार दुष्कर्म किया था। आरोपित अब्दुल कादिर, इसरार, ठेकेदार अहसान व नदीम निवासी नथमलपुर चिलकाना सहारनपुर उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर लिया गया था। उन्होंने किशोरी के साथ गांव खांसी परतापुर मेरठ में सामूहिक दुष्कर्म किया था। आरोपितों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, अपहरण, पोक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।