पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने मुख्यालय का भ्रमण कर पुलिस कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने बढ़ते साइबर अपराधों के मामलों पर तुरंत कार्रवाई के लिए सतर्कता से काम करने के निर्देश भी दिए। डीजीपी ने विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
इस दौरान सम्मेलन में पुलिस कार्मिकों की समस्याएं सुनते हुए उनके निस्तारण का आश्वासन दिया गया। कहा कि काम में लापरवाही पर कार्रवाई होगी और जिम्मेदारी से काम पर ईनाम दिया जाएगा। पुलिस मेडल रैंक व उम्र के बजाय काम के आधार पर तय होंगे। बैठक के बाद डीजीपी ने जागेश्वर धाम के दर्शन किए। जिसके बाद वह चम्पावत जिले के लिए रवाना हो गए। पुलिस लाइन पहुंच डीजीपी ने कहा कि चारधाम की यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने पुलिस लाइन में प्रशासनिक भवन के निर्माण की बात कही। इसके बाद पुलिस सम्मेलन में सभी कार्मिकों की समस्याएं सुनी।
डीजीपी ने पुलिस कर्मचारियों के कल्याण को प्राथमिकता देते हुए समस्याओं के शीघ्र निस्तारण का भरोसा दिया। कहा कि जो पुलिस अधिकारी या कर्मचारी उत्कृष्ट कार्य करेंगे उन्हें सम्मानित किया जाएगा। वहीं गलत कार्य करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस मेडल अब रैंक या उम्र नहीं बल्कि काम देखकर दिया जाएगा। डीजीपी ने सभी पुलिस कर्मियों को शिकायतकर्ताओं, यात्रियों एवं आम नागरिकों से बेहतर व्यवहार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ड्रग्स, साइबर ठगी, महिला सुरक्षा चुनौती का विषय है। ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई की जाए। साईबर अपराध पर चिंता जताते हुए कहा कि आम नागरिकों की जीवनभर की कमाई ठग एक झटके में उड़ा रहे हैं, साईबर ठगी के मामले सामने आने पर ठगों को गिरफ्तार करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं। पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं डा. नीलेश आनंद भरणे ने कहा कि डीजीपी की ओर से पूर्व में जारी किए गए व्हट्सएप नंबर पर अपनी समस्याओं से सीधे संवाद किए जा सकते हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप कुमार राय ने डीजीपी को जिले की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया गया। कार्यक्रम का संचालन पुलिस उपाधीक्षक ओशीन जोशी ने किया।