देहरादून। प्रदेश में 24 घंटे में कोरोना के 814 नए मामले सामने आए हैं। वहीं हल्द्वानी के एक कॉलेज में कोरोना विस्फोट हो गया। वहां 93 छात्र एक साथ पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार को कोरोना से कोई मौत नहीं हुई है। 147 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। वहीं 2022 प्रदेश में सक्रिय मामले हैं। दूसरी ओर कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए हाईकोर्ट ने अगले आदेश तक न्यायिक कार्य वर्चुअल मोड में करने का आदेश दिया है।
पाल नर्सिंग कॉलेज हल्द्वानी के 93 विद्यार्थी कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच गया। शुक्रवार को जांच रिपोर्ट आने के बाद सभी संक्रमितों को सूचित करते हुए होम आइसोलेट कर दिया गया। उनके सम्पर्क में आए लोगों की सैंपलिंग की तैयारी की जा रही है। वहीं कॉलेज को माइक्रो कंटेनमेंट जोन में बदल दिया गया है। एसीएमओ डॉ. रश्मि पंत ने बताया कि बीते बुधवार को कॉलेज के करीब 450 विद्यार्थियों के सैंपल आरटीपीसीआर जांच को लिए गए थे। शुक्रवार शाम रिपोर्ट आने पर सभी संक्रमितों को सूचित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि किसी भी छात्र में कोरोना के गंभीर लक्षण नहीं हैं। कॉलेज के प्रशासक सुंदरम भंडारी ने बताया कि दो-तीन विद्यार्थियों ने जुकाम और बुखार की शिकायत बताई थी। एहतियातन सभी विद्यार्थियों की जांच करवाई गई। उसके बाद कॉलेज में शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिया गया। अभी सभी विद्यार्थियों की रिपोर्ट नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि कुछ छात्र हॉस्टल में हैं, उन्हें वहीं आइसोलेट कर दिया है। घर गए जिन छात्रों के संक्रमित होने की जानकारी मिल रही है उन्हें सावधानी बरतने को कहा जा रहा है।
उत्तराखंड हाईकोर्ट में भी कोरोना की दस्तक के बाद 10 जनवरी से हाईकोर्ट में आवश्यक वादों की ऑनलाइन सुनवाई होगी। शुक्रवार को हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल धनन्जय चतुर्वेदी की ओर से इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई। अधिसूचना में कहा गया है कि 10 जनवरी से हाईकोर्ट में आवश्यक वादों की सुनवाई ऑनलाइन होगी। इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश हाईकोर्ट की वेबसाइट पर उपलब्ध करा दिए गए हैं। बीते दिवस हाईकोर्ट के दो लोगों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने हाईकोर्ट के न्यायधीशों व अन्य स्टाफ के सैम्पल जांच के लिए थे। इनमें न्यायमूर्ति रविन्द्र मैठाणी व न्यायमूर्ति आरसी खुल्बे की पत्नी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसके बाद दोनों न्यायाधीशों ने स्वयं को आइसोलेट कर लिया है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी न्यायाधीशों के साथ उनके पूरे स्टाफ का सैंपल लिया है। न्यायमूर्ति रविन्द्र मैठाणी की रिपोर्ट जिस समय कोरोना पॉजिटिव आई, उस समय वे वादों की सुनवाई कर रहे थे। इसके बाद कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजय कुमार मिश्रा ने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के साथ बैठक की। इसमें सोमवार से ऑनलाइन सुनवाई करने का निर्णय लिया गया। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अवतार सिंह रावत ने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए ऑनलाइन सुनवाई ही एकमात्र विकल्प है। वहीं 17 जनवरी से हाईकोर्ट में शीतावकाश होना है।