देहरादून। कोरोना संकट की छाया के बीच होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने बदली परिस्थितियों के अनुरूप अपनी रणनीति को आकार देना शुरू कर दिया है। चुनाव प्रचार के लिए डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग करने को भाजपा पूरी तरह से तैयार है। इसके लिए उसने बूथ स्तर तक ढांचा पहले ही बनाया हुआ है। अब आने वाले दिनों में केंद्रीय मंत्रियों, राष्ट्रीय व प्रांतीय नेताओं की वर्चुअल रैली, सभाओं के आयोजन का खाका खींचा जा रहा है। यही नहीं, चुनाव प्रचार के लिए पार्टी इंटरनेट मीडिया का भी अधिक से अधिक उपयोग करने जा रही है।विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही भाजपा ने निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के मद्देनजर अपने चुनावी अभियान के लिए प्लान-बी को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। दरअसल, कोरोना संक्रमण के प्रसार को देखते हुए आयोग ने 15 जनवरी तक चुनाव की दृष्टि से रैली, सभा, रोड शो, बाइक रैली जैसे आयोजनों पर रोक लगाई है। इसके बाद आयोग स्थिति की समीक्षा कर कोई निर्णय लेगा। यही नहीं, आयोग ने चुनाव प्रचार के लिए आनलाइन व डिजिटल माध्यम पर जोर दिया है।राज्य में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए भाजपा ने प्लान-बी के अंतर्गत डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग करने की रणनीति पहले ही बनाई हुई थी। पार्टी ने राज्य में मार्च 2020 में कोरोना संकट की दस्तक के बाद बूथ स्तर तक कार्यकत्र्ताओं से संपर्क और आमजन की मदद को यह प्लेटफार्म तैयार किया था। कोरोना संक्रमण की पहली व दूसरी लहर में इसका उपयोग किया था।
सांगठनिक दृष्टि से भाजपा के प्रदेश में 14 जिले हैं और प्रत्येक जिला कार्यालय में मीडिया सेंटर है, जिसका उपयोग विभिन्न कार्यक्रमों के लिए होता है। प्रदेश स्तर से जिला इकाइयों को इन्हीं सेंटर से सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा है। जिला स्तर से मंडल व बूथ स्तर तक आनलाइन व डिजिटल तंत्र भी पार्टी ने तैयार किया हुआ है। भाजपा ने इस तरह की व्यवस्था की हुई है कि यदि मंडल स्तर ही कहीं कोई वर्चुअल कार्यक्रम होना है तो वहां सौ से अधिक लोग सुरक्षित शारीरिक दूरी का पालन करते हुए बैठ सकते हैं।अब जबकि बदली परिस्थितियों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं तो अपने इस तंत्र का पार्टी उपयोग करने जा रही है। पार्टी सूत्रों के अनुसार जल्द ही बड़े नेताओं की वर्चुअल रैलियों, सभाओं के इस प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया जाएगा। यदि 15 जनवरी के बाद भी स्थिति ऐसी ही रहती है तो इसी माध्यम से चुनाव प्रचार पर अधिक फोकस किया जाएगा। यही नहीं, घर-घर संपर्क के लिए पांच-पांच कार्यकत्र्ताओं की टोलियां भी गठित की जा रही हैं।-मदन कौशिक (प्रदेश अध्यक्ष भाजपा) का कहना है कि नई परिस्थितियों में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं और हमने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए तैयारियां की हैं। भाजपा का डिजिटल प्लेटफार्म पूरी तरह तैयार है। दो साल पहले से ही इसके लिए ढांचा विकसित है। बूथ स्तर तक कार्यकत्र्ताओं को वाट्सएप गु्रप से जोड़ा गया है। पन्ना प्रमुख निरंतर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं। डिजिटल प्लेटफार्म से राष्ट्रीय व प्रांतीय नेताओं की सभाओं के कार्यक्रम तय किए जा रहे हैं। चुनाव में निर्वाचन आयोग की जो भी गाइडलाइन होंगी, हम उसका पूरी तरह से अनुपालन करेंगे।