देहरादून। सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित कायाकल्प सम्मान समारोह से पूर्व विभिन्न जनपदों से आये मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ बैठक कर जिला एवं उप जिला अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिला एवं उप जिला अस्पतालों को रैफर सेंटर नहीं बनाया जायेगा बल्कि अस्पताल आने वाले 90 फीसदी मरीजों का उपचार वहीं पर करना होगा। इसके लिए उन्होंने जनपद स्तर पर मुख्य चिकित्साधिकारियों को तीन दिन में रिपोर्ट तैयार कर महानिदेशालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
विभागीय मंत्री ने कहा कि जिला अस्पतालों में रिक्त विशेषज्ञ चिकित्सकों के पदों को भरने के लिए महानिदेशालय प्रक्रिया शुरू करेगा। जबकि स्टॉफ नर्स, विभिन्न टेक्नीशियन, वार्ड ब्वाय व सफाई कर्मी के पदों को आउटसोर्स के माध्यम से जनपद स्तर पर भरा जायेगा। उन्होंने कहा कि सूबे में स्वास्थ्य व्यवस्था को और बेहत्तर बनाने के लिए चरणबद्ध तरीके से कार्य किया जायेगा। प्रथम चरण में राजकीय मेडिकल कॉलेजों व जिला अस्पतालों को सभी सुविधाओं से सुसज्जित किया जायेगा। जबकि दूसरे चरण में उप जिला चिकित्सालों एवं तीसरे चरण में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा चौथे चरण में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को बेहत्तर व सुविधा सम्पन्न बनाया जायेगा। उन्होंने राजकीय अस्पतालों के सौन्दरीयकरण व साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिये जाने के निर्देश जनपद स्तर के अधिकारियों को दिये। बैठक में सचिव स्वास्थ्य राधिका झा, महानिदेशक डॉ0 शैलजा भट्ट, निदेशक एनएचएम डॉ0 सरोज नैथानी, निदेशक डॉ0 विनीता शाह, डॉ0 मीतू शाह, डॉ0 तारा आर्य, अपर निदेशक डॉ0 भागीरथी जंगपांगी, सहायक निदेशक डॉ0 सुधीर पाण्डेय, सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारी एव एसीएमओ उपस्थित रहे।