देहरादून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या से भेंटकर कथित आर्मी सेंटर में भाजपा और निर्दलीय के पक्ष में मतदान के वायरल वीडियो की क्लीपिंग सौंपी। उन्होंने कहा कि यह डाक मतपत्रों के दुरुपयोग का मामला है। निर्वाचन आयोग को इसकी स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच करानी चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नेतृत्व में पार्टी प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी से उनके सचिवालय स्थित कार्यालय में भेंट कर ज्ञापन सौंपा। गोदियाल ने कहा कि डाक मतपत्र संबंधित मतदाता तक पहुंचा या नहीं, इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। सेवारत मतदाताओं के मतपत्रों के दुरुपयोग को रोकने के लिए पारदर्शी व्यवस्था बनाई जानी चाहिए। दूरदराज में ड्यूटी पर तैनात सर्विस मतदाताओं के मत के दुरुपयोग के अंदेशे को रोका जाना आवश्यक है। डाक मतपत्रों से मतदान की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने पर जोर दिया।
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि सेवारत कार्मिकों, दिव्यांग व 80 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्ग मतदाताओं के मतदान की प्रक्रिया में सुधार किया जाए। कई विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों को डाक मतपत्रों के बारे में ब्योरा नहीं दिया गया है। आयोग को इसका संज्ञान लेकर कार्यवाही करनी चाहिए। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार, महामंत्री संगठन मथुरादत्त जोशी, महामंत्री रघुवीर बिष्ट, दिवाकर चमोली, राजेंद्र सिंह दानू शामिल थे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल से गुरुवार को राजीव भवन में पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत और प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल ने मुलाकात की। गोदियाल ने मोर्चा को आश्वस्त किया कि कांग्रेस की सरकार बनने पर पुरानी पेंशन योजना को लागू किया जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में कर्मचारियों की सभी समस्याओं को प्रमुखता से शामिल किया है। राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने कर्मचारियों की वर्षों पुरानी मांग पूरी की है। उत्तराखंड में भी सरकार बनने पर इस मांग को पूरा किया जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने दूरभाष पर शहरी विकास सचिव शैलेश बगोली से वार्ता कर श्रीनगर में कूड़ा निस्तारण की अव्यवस्था की शिकायत की। उन्होंने कहा कि श्रीनगर में कूड़ा निस्तारण के साथ ही स्थानीय शहरी निकाय कर्मचारियों के वेतन, पेंशन और अन्य मदों की धनराशि शीघ्र जारी करने को कहा। उन्होंने कहा कि श्रीनगर नगर निगम के कार्यों के लिए उचित व्यवस्था नहीं की गई तो क्षेत्र महामारी की चपेट में आ सकता है। शहरी विकास सचिव ने बताया कि इस संबंध में पौड़ी के जिलाधिकारी को निर्देश दिए गए हैं।