देहरादून। आप अपनी दुनिया को किस तरह से बदलना चाहते हैं? यह कठिन सवाल देश के छह होनहार बच्चे पूरे रार्ष्ट्से पूछ रहे हैं। ऐसा वो बच्चों के लोकप्रिय मनोरंजन चैनल कार्टून नेटवर्क की आज लांच हुई ‘रिड्राइंग इंडिया पहल के तहत कर रहे हैं। देशभर से इन 6 बच्चों को कार्टून नेटवर्कने चुना है क्योंकि ये समाज में अपने अनोखे तरीके और इनोवेशन से बदलाव ला रहे हैं। ये संगीत और पर्यावरण से लेकर खेल और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में सभी मुश्किलों को दूर कर अपने सपनों को नई परिभाषा दे रहे हैं, साथ ही अपने साहसिक कार्यों के लिए राष्ट्रीय और विश्व स्तर पर पहचाने गए हैं। उनकी अनूठी और समान रूप से विविध कहानियों को कार्टून नेटवर्क के सोशल प्लेटफॉर्म – इंस्टाग्राम,फेसबुक और यूट्यूब पर रिड्राइंग इंडिया वीडियो सीरिज के जरिए दिखाया जाएगा – जो भारत भर के बच्चों को आगे बढ़ने और अपनी दुनिया को नए सिरे से बनाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। मई में लॉन्च किए गए रिड्रा यौर वर्ल्ड्एंथम को रिड्राइंग इंडिया सीरीज और मजबूत करती है, जो संगीत के जरिए बच्चों के व्यक्तित्व और उनके अलग-अलग प्रकार के टैलेंट का जश्न मनाता है।
इस कैंपेन के बारे में,कार्टून नेटवर्क एण्ड पोगों के साउथ एशिया नेटवर्क हैड अभिषेक दत्ता ने कहा, “‘रिड्राइंग इंडिया एक उत्प्रेरक है जो हर बच्चे को दिखाएगा कि उनमें भी अपनी दुनिया को फिर से बनाने की शक्ति है। भारत प्रतिभाओं से भरा हुआ है और बच्चे इसका भविष्य हैं। हमें उम्मीद है कि यह वीडियो सीरीज भारत के युवाओं में अपनी अनूठी क्षमताओं और सपनों को पहचानकर उन्हें पूरा करने का जुनून देगा।
रिधिमा पांडे – देश की सबसे कम उम्र की पर्यावरणविदों में से एक, रिधिमा को जलवायु परिवर्तन के खिलाफ अपनी साहसिक और मुखर लड़ाई के लिए जानी जाती है। 2020 में बीबीसी की 100 सबसे सशक्त और प्रभावशाली महिलाओं में से एक के रूप में सूचीबद्ध, रिधिमा एक टीईडीएक्स स्पीकर रही हैं और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करती हैं, जिसमें सीओपी 26 के लिए युवा सलाहकार परिषद की सदस्य के रूप में भी शामिल हैं।
प्रसिद्धी सिंह – पृथ्वी पर हरियाली को बढ़ाने में मदद करने के लिए 6 साल की उम्र में प्रसिद्धि फारेस्ट फाउंडेशन की स्थापना करने वाली प्रसिद्धि अब 9 साल की है और प्रधानमंत्री बाल शक्ति पुरस्कार 2021 की विजेता है। तमिल नाडु की अद्भुत ग्रीनहार्ट प्रसिद्धी का 2022 तक भारत में 1 लाख पेड़ लगाने का मिशन है, जिसको वह आधा पूरा कर चुकी हैं।
हेमेश चडालवाड़ा – प्रधानमंत्री बाल शक्ति पुरस्कार 2021के विजेता, हेमेश एक 15 वर्षीय वेब डेवलपर और इनोवेटर हैं, जो कई सारे स्मार्ट और उपयोगी गैजेट एवं ऐप विकसित कर चुके हैं। इनमें बुजुर्गों के लिए रिस्टबैंड, स्मार्ट सीटबेल्ट और एक्सीडेंट नोटिफ़ायर और यहां तक कि विकलांगों और बुजुर्गों की मदद करने के लिए एक रोबोट भी शामिल है।