देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस पार्टी के दिग्गजों का चुनावी हार के बाद एक दूसरे पर लगाए जा रहे आरोपों को बेहद संगीन और लोकतंत्र के नुकसानदायक माना है। प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने आरोप लगाते हुए कहा कि हालाँकि गुटबाजी व् अंतर्विरोध कांग्रेस का अंदरूनी मामला है लेकिन उनकी पार्टी के दिग्गजों का अपने प्रभारियों व् शीर्षस्थ नेताओं पर टिकट बेचने का आरोप लगाना बेहद गंभीर मामला है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अफ़सोस है, कांग्रेस जैसी पुरानी राष्ट्रीय पार्टी के आलाकमान ने लोकतान्त्रिक प्रक्रिया की खुली खरीद-फरोख्त के इन सनसनीखेज आरोपों की जांच करना तो दूर खंडन करना भी उचित नहीं समझा। यह स्पष्ट इशारा करता है कि पार्टी के दिल्ली में बैठे आकाओं को विधानसभा टिकटों की बोली लगने की जानकारी थी।
चौहान ने व्यंग करते हुए कहा कि कॉंग्रेस पार्टी की अंदरूनी लड़ाई आम लोगों के लिए भी हास्य का विषय बनी हुई। प्रदेश में चुनाव जिनके नेतृत्व में लड़ा गया वह प्रदेश प्रभारी व दिल्ली में बैठे कुछ नेताओं को हार के लिए जिम्मेदार ठहराते हैं। नेता प्रतिपक्ष के लोग प्रदेश अध्यक्ष के लोगों पर गुटबाजी का आरोप लगाते हैं और रही बात केंद्रीय नेतृत्व व चुनाव प्रभारी की तो वह सारा ठीकरा राज्य के शीर्ष नेताओं पर फोड़ रहे हैं। कोई नेता प्रतिपक्ष नहीं बनने से नाराज है तो अनेक प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाए जाने का मलाल खुलेआम जाहिर कर रहे हैं। हैरानी और अफ़सोस की बात है कि यह सब तब हो रहा है जब जनता ने चुनावों में करारी शिकस्त देकर कुछ भी लड़ने लायक नहीं छोड़ा। उन्होंने कांग्रेस पर सवाल करते हुए कहा कि बेशक टिकटों की नीलामी व पार्टी में चल रही सूत न कपास जुलाहों में लठमलट्ठा वाले संघर्ष पर उनका आलाकमान कोई जबाब न दें लेकिन देवभूमि की महान जनता सब देख रही है और उनकी इस करतूत के लिए एक बार नहीं बार बार अपने माध्यमों से सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि जनता ने कांग्रेस के जिन विधायकों को अपनी आवाज बनाकर सदन में भेजा वह जनता के बजाय अपने स्वार्थ की लड़ाई में मशगूल हो गये और उन्हें जनता के सरोकारों से कोई मतलब नहीं है। यही कांग्रेस की कथनी ओर करनी हैं जिसका खामियाजा हमेशा जनता भुगतती रही है।