देहरादून। उत्तराखंड में बुधवार को कोरोना के 4402 नए मामले सामने आए हैं। वहीं, छह लोगों की मौत भी हुई है। पिछले 24 घंटे में 1956 मरीज स्वस्थ हुए हैं। इन्हें मिलाकर 343753 मरीजों ने संक्रमण को मात दी है। वर्तमान में 22962 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है। प्रदेश की रिकवरी दर 89.96 प्रतिशत और सैंपल जांच के आधार पर संक्रमण दर 11.85 प्रतिशत पहुंच गई है।
देहरादून जिले में सबसे ज्यादा 1678 संक्रमित मिले हैं। नैनीताल में 592, हरिद्वार में 694, ऊधमसिंह नगर में 376, चंपावत में 104, पौड़ी में 238, अल्मोड़ा में 225, टिहरी में 126, पिथौरागढ़ में 123, बागेश्वर में 148, चमोली में 73, रुद्रप्रयाग में 16 और उत्तरकाशी जिले में 38 संक्रमित मिले हैं। ऋषिकेश में 112 पर्यटक समेत 194 लोग संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा 988 लोगों की कोरोना जांच की गई। एसपीएस राजकीय चिकित्सालय में 323 लोगों की कोरोना जांच की गई। बीती आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट में 56 लोग संक्रमित मिले हैं। यमकेश्वर ब्लॉक के लक्ष्मणझूला क्षेत्र में 112 पर्यटक समेत 121 लोग संक्रमित मिले हैं। बीते 17 जनवरी को इनकी आरटीपीसीआर जांच की गई थी। जिनकी रिपोर्ट बुधवार को आई है। सभी संक्रमित पर्यटक तीर्थनगरी घूमने के बाद वापस अपने घर लौट गए हैं। श्रीनगर क्षेत्र में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है। बुधवार को 63 लोगों की कोविड जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इनमें राजकीय मेडिकल कॉलेज के 15 मेडिकल/ पैरामेडिकल/ नर्सिंग और अन्य कर्मचारी शामिल हैं। जबकि राजकीय उप जिला अस्पताल के रेडियोलॉजिस्ट भी संक्रमित हो गए हैं। चिंताजनक बात यह है कि पिछले तीन दिन में पांच बच्चों को संक्रमण हुआ है, जिन्हें मेडिकल कॉलेज के बाल रोग वार्ड में भर्ती कराया गया है। इनकी उम्र एक से 6 साल के बीच है। मेडिकल कॉलेज के 15 कर्मचारियों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें सात डॉक्टर, आरटीपीसीआर जांच लैब में कार्यरत माइक्रोबायोलॉजी लैब के तीन कर्मचारी, नर्सिंग अफसर, वार्ड आया, टीबी चेस्ट विभाग की कर्मचारी, मिनिस्टीरियल कर्मी और लैब टेक्नीशियन शामिल हैं। शेष लोग श्रीनगर, श्रीकोट, स्वीत, चौरास और रुद्रप्रयाग सहित अन्य स्थानों के हैं।